दिल में मेरे, जो है दिल में तेरे, भी वो है कुछ ये धड़कने कह रही है कुछ ये सांसें कह रही है आहट ये कैसी है अपना कोई पास में है कह रही ये निगाहें है मिलना चाहए ये राहें है दिल में मेरे, जो है दिल में तेरे, भी वो है कुछ ये धड़कने कह रही है कुछ ये सांसें कह रही है दिल में जो है जितना चाहे छुपाले जितना चाहे ख़ुद को रोकले रोक ना पायेगी ये धड़कने तेरी दिल में जो है, कैसे कहें अब ये तो, दिल ही जाने है तमन्नाओं की ज़िद है अब कुछ भी हो हर मौसम में मिलना है कह रहा ये दिल है तू सकूं मेरे दर्द का है कह रहा ये दिल है तू जुनूं मेरे हर पल का है ये जमाना कुछ भी कहें क्या सही, क्या ग़लत है ये तो रब ही जाने है ऐ मेरे हमसफ़र सुहाना ये सफ़र कहीं यूं ही न गुज़र जाए ये जमाना कुछ भी कहें क्या सही, क्या ग़लत है अब हर मौसम में मिलना है दिल में मेरे, जो है दिल में तेरे, भी वो है कुछ ये धड़कने कह रही है कुछ ये सांसें कह रही है Written by ✍️ Sunny Mehta Contact ☎️ 9857466789 Copyright ©2021SunnyMehta All Rights Reserved